Tuesday, May 18, 2010
Tuesday, May 11, 2010
SAFAR
राहत हुई जब आपने सफ़र था चुन लिया
उसको कहाँ ले जाऊँगा जो बात आपने था किया
हर उम्र हर राह हर इन्सान को देखिये
हर दिवार टूटती जाएगी एक बार तो सोचिये
हर कश्तियाँ किनारे पर होगी
पतवार चलाकर तो देखिये
"मौन" सफ़र इंसानियत के दीवाने सदा से है
हर राह में इंसानियत का कदम बढ़ाकर तो देखिये ।
आप दीवाने अपने सफ़र के
यह बात न भूल जाओ।
उसको कहाँ ले जाऊँगा जो बात आपने था किया
हर उम्र हर राह हर इन्सान को देखिये
हर दिवार टूटती जाएगी एक बार तो सोचिये
हर कश्तियाँ किनारे पर होगी
पतवार चलाकर तो देखिये
"मौन" सफ़र इंसानियत के दीवाने सदा से है
हर राह में इंसानियत का कदम बढ़ाकर तो देखिये ।
आप दीवाने अपने सफ़र के
यह बात न भूल जाओ।
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