राहत हुई जब आपने सफ़र था चुन लिया उसको कहाँ ले जाऊँगा जो बात आपने था किया हर उम्र हर राह हर इन्सान को देखिये हर दिवार टूटती जाएगी एक बार तो सोचिये हर कश्तियाँ किनारे पर होगी पतवार चलाकर तो देखिये "मौन" सफ़र इंसानियत के दीवाने सदा से है हर राह में इंसानियत का कदम बढ़ाकर तो देखिये । आप दीवाने अपने सफ़र के यह बात न भूल जाओ।